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अक्टूबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अच्छी आदतों पर निबंध Essay on good habit in hindi

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अच्छी आदतों पर निबंध Essay on good habit in hindi हैलो दोस्तों नमस्कार आपका बहुत-बहुत स्वागत है, इस लेख  अच्छी आदतों पर निबंध  (Essay on good habit in hindi) में। दोस्तों इस लेख में आप अच्छी आदतों के बारे में जानेंगे दोस्तों हम सभी जानते है, कि अच्छी आदतें ही हमें देश तथा समाज में प्रिय तथा सम्मान के पात्र बनाती है। इसलिए यहाँ पर हम यह लेख लेकर आये है, जिसमें हम विस्तार से अच्छी आदतों के बारे में पड़ेंगे तो दोस्तों आइये पढ़ते है अच्छी आदतों पर निबंध में : - अच्छी आदतें क्या है what is good habit   अच्छी आदतों पर निबंध  - मनुष्य एक सामाजिक प्राणी (Social animal) है और समाज के बिना मनुष्य का कोई अस्तित्व ही नहीं है। इसलिए मनुष्य समाज में रहता है और समाज में सभी लोगों के साथ सामाजिक सम्बंधो में बंधा रहता है, किन्तु समाज में रहने के लिए सभी लोगों के पास गुणों का होना बहुत ही जरूरी है, किन्तु वे गुण अच्छे होने चाहिए, कियोकि  अच्छे गुण वे गुण है, जो मनुष्य को समाज में रहने के योग्य बनाते हैं और इन्हीं गुणों को आमतौर पर अच्छी आदतें कहा जाता है। अच्छी आदतें बचपन से ह...

राजा दशरथ की कहानी Raja dashrath ki kahani

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राजा दशरथ की कहानी R aja dashrath ki kahani हेलो दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारे इस लेख  राजा दशरथ की कहानी  (Story of king Dasheath) में दोस्तों इस लेख में आप राजा दशरथ की विभिन्न कहानियों के बारे में जानेंगे राजा दशरथ की जन्म कथा, राजा दशरथ के मुकुट की कथा, राजा दशरथ और श्रवण की कथा। दोस्तों आप जानते हैं  कि राजा दशरथ अयोध्या के परमप्रतापी प्रजावत्सल राजा थे, जिन्हे भगवान विष्णु के पिता होने का सौभाग्य प्राप्त है तो आइए जानते हैं दोस्तों राजा दशरथ कौन थे और उनकी कहानी क्या थी। इसे भी पढ़े:-  महर्षि दधीचि का त्याग राजा दशरथ की जन्म कहानी  Birth Story of King Dasharatha राजा दशरथ  की कहानी बहुत ही रोचक है, धर्म ग्रंथो के  आधार पर कहा जाता है, कि राजा दशरथ पूर्व जन्म में  स्वयंभुव मनु  थे तथा इनकी पत्नी का नाम  सतरूपा  था।   इन दोनों से ही संसार की उत्पति हुई है, इन्होने भगवान विष्णु की घोर तपस्या की थी तथा दशरथ कौशल्या के रूप में भगवान विष्णु के माता - पिता होने का वरदान प्राप्त किया था।  महाराज दशरथ का जन्म की ...

पुलस्त्य ऋषि का श्राप Pulasty rishi ka shrap

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पुलस्त्य ऋषि का श्राप Pulasty rishi ka shrap हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख  पुलस्त्य ऋषि का श्राप  (Pulasty rishi ka shrap) पुलस्त्य ऋषि की कथा में। दोस्तों इस लेख द्वारा आज आप एक भारतीय महान ऋषि के बारे में पड़ेंगे। दोस्तों भारत देश में कई महान ऋषियों ने जन्म लिया है, जिन्होंने मानव समाज के कल्याण के लिए कई ग्रंथो की रचना की तो आइये पढ़ते है ऐसे महान पुलस्त्य ऋषि के बारे में:- इसे भी पढ़े:-  अंगद किसका पुत्र था पुलस्त्य ऋषि कौन थे Who was pulàstya rishi   पुलस्त्य ऋषि भारतीय पुराणों और वेदों में उल्लिखित एक महान ऋषि थे। वे  बृहस्पति और संज्ञा  के पुत्र थे और दक्ष प्रजापति के पोते थे। उन्होंने अपनी तपस्या के द्वारा अनेक वेदों, पुराणों, उपनिषदों और धर्मशास्त्रों का निर्माण किया था, उन्हें भगवान ब्रम्हा का पुत्र भी माना जाता है। पुलस्त्य ऋषि वैदिक संस्कृति में महत्वपूर्ण ऋषियों में से एक थे। वे भारतीय धर्म, योग, तंत्र और ज्योतिष आदि के क्षेत्र में अधिक जाने जाते हैं। पुलस्त्य ऋषि का जन्म भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के उत्तराखंड में स्थित...

अंगद किसका पुत्र था Whose son was Angad

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अंगद किसका पुत्र था  Whose son was Angad   हैलो नमस्कार दोस्तों आपका इस लेख  अंगद किसका पुत्र था  (Whose son was Angad) में, बहुत बहुत स्वागत है। दोस्तों आप इस लेख में आप अंगद किसका पुत्र था? अंगद मंदोदरी का पुत्र कैसे हुआ  अंगद का जन्म अंगद के पिता का नाम, तथा अंगद से जुड़े कई रहस्य (Secret) जानेंगे। तो दोस्तों आइये शुरू करते है, यह लेख अंगद किसका पुत्र था। अंगद किसका पुत्र था Angad kiska Putra Tha  अंगद किसका पुत्र था  - रामायण के अनुसार अंगद महाबली किष्कीन्धा के इंद्र पुत्र बानर राज  बाली  तथा पंच कन्याओं में से एक  तारा  का पुत्र तथा। बाली और तारा को बहुत मुश्किलों के पश्चात् ही अंगद पुत्र रूप में प्राप्त हुआ था। अंगद रामायण और राम - रावण के युद्ध का एक प्रमुख पात्र भी था। जिसने लंका में शांति दूत बनकर अपने स्वामी श्रीराम की ओर से साहस और शक्ति का प्रदर्शन भी किया था और रावण का एक भी योद्धा अंगद का पैर भी नहीं डिगा सका। अपने पिता बाली की मृत्यु के बाद अंगद किष्कीन्धा का युवराज बना और श्रीराम की सेना में अपने दूत कर्म के कारण...

महर्षि दधीचि का त्याग Sacrifice of Maharishi dadhichi

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महर्षि दधीचि का त्याग Sacrifice of Maharishi dadhichi हैलो दोस्तों आपका इस लेख  महर्षि दधीचि कौन थे । उनका परिचय तथा त्याग who was maharishi dadhichi में बहुत बहुत स्वागत है। इस लेख में आप भारत के एक महान त्यागी, परोपकारी महर्षि दधीचि के बारे में जानेंगे। ऐसे ऋषियों से हमें सदा ही सत्य, धर्म, त्याग, प्रेम, तथा परोपकार की प्रेरणा मिलती है. तो दोस्तों आइये पढ़ते है। महर्षि दधीचि कौन थे महर्षि दधीचि का जीवन परिचय Introduction of Maharishi dadhichi  महर्षि दधीचि के जन्म से जुड़ी हुई ऐसी बहुत सारी कथाएं जो उनके त्याग और बलिदान की गाथाएँ वयां करतीं है। ऐसी अनेक कथाएँ Stories इनकी तपस्या के संबंध में प्रचलित है। वृत्रासुर  का संहार इंद्र ने इन्हीं की हड्डियों से बने वज्र से किया था। कई लोग ऐसे हैं जो आधुनिक मिश्रितख तीथ॔ को इनकी तपोभूमि बताते हैं। कुछ लोग ऐसा कहते हैं कि उनका प्राचीन नाम ' दध्यंच ' था। यास्क के मतानुसार महर्षि दधीचि के पिता ' अथर्वा ' और उनकी माता ' चित्ती ' थे, इसलिए इनका नाम 'दधीचि' रखा गया था।  किसी पुराण के अनुसार यह  कर्दम ऋषि  की कन्या ...

दहेज प्रथा पर निबंध हिंदी में Essay on dowry system in hindi

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दहेज प्रथा पर निबंध हिंदी में Essay on dowry system in hindi  हैल्लो दोस्तों आपका इस लेख  दहेज़ प्रथा पर निबंध  (Essay on dowry system) में बहुत-बहुत स्वागत है। आज के इस लेख में आप देखेंगे, दहेज प्रथा क्या है? उसके कारण तथा नुकसान क्या है? दहेज प्रथा पर निबंध निबंध class 9, class 10 उच्च कक्षाओं में अक्सर पूछा जाता है। यहाँ से आप दहेज प्रथा (Dowry System) पर निबंध लिखने का आईडिया भी ले सकते है। तो आइये शुरू करते है, दहेज प्रथा पर निबंध:- इसे भी पढ़े :-  अच्छी आदतों पर निबंध दहेज प्रथा पर निबंध Class 9 Essay on dowry system भारत एक संस्कृतिक संपन्न देश है, क्योंकि यहाँ पर कई धर्मों के लोग प्रेम तथा भाईचारे के साथ मिलजुल कर निवास करते हैं, तथा उनके अलग-अलग प्रकार के त्योहार, कई विचित्र प्रथाएँ, रीतियाँ, उनका रहन-सहन सभी में भिन्नता पायी जाती है। लेकिन कुछ प्रथाएँ तथा रीतियाँ ऐसी होती हैं,जो समाज के लिए अभिशाप बन जाती है। ऐसी ही एक प्रथा है, दहेज प्रथा, (Dowry System) जो समाज के हित के लिए बनाई गई थी, किन्तु आज समाज के लिए अभिशाप बन गई है। यहाँ पर दहेज प्रथा के बारे में स...